औरंगजेब के सबसे वफादार मुर्शीद कुली खान का जन्म नागराज नाम से हुआ था।
वे जन्म से हिंदू थे, लेकिन बाद में उन्होंने इस्लाम धर्म अपनाया। उन्होंने बहुत से महत्वपूर्ण पदों पर काम किया, जैसे कि मुगल सम्राट औरंगजेब के सलाहकार, मुख्य विचारधारा वाले अधिकारी और संगठन के मामलों में मुगल सरकार के मुख्य विचारधारा वाले अधिकारी के रूप में भी काम किया। उन्होंने भारतीय इतिहास में अपने योगदान के लिए जाने जाते हैं।
कुली खान ने औरंगजेब की शासनकाल के दौरान विविध कुछ उपलब्धियों हासिल कीं। उनके उपदेश और उनके जीवन का अद्भुत दृष्टिकोण बहुतों को प्रेरित किया है।
उन्होंने अपनी जिंदगी में कई देशों के बारे में यात्राएं की और विभिन्न संस्कृतियों को जाना। उनकी यात्राएं उन्हें विभिन्न विचारधाराओं, संस्कृतियों और धर्मों से रूबरू करवाती थीं और उन्हें अनुभव करने का मौका देती थीं।
कुली खान ने अपने जीवन के दौरान अनेकों लोगों को अपने अद्भुत व्यक्तित्व और उनके काम से प्रभावित किया। उन्होंने अपनी जिंदगी में अनेक तरह के शिक्षाओं से गुज़रा और लोगों को समझाया कि एक व्यक्ति के धर्म या जाति की पहचान उसके काम और व्यवहार से नहीं होती।
कुली खान ने अपनी जिंदगी के दौरान मुगल साम्राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में स्कूल खोले, जहां उन्होंने गरीब बच्चों को शिक्षा दी। उन्होंने भी अन्य सामाजिक कार्यों में भी भाग लिया, जैसे धर्म और संस्कृति से संबंधित अनुसंधान करना और दान देना।
उन्होंने अपनी जिंदगी में दर्शन, ज्योतिष, और वैद्यकीय विज्ञान जैसे विषयों में भी अध्ययन किया। उनकी दृष्टि दूसरों से भिन्न थी और वे लोगों को समझाने के लिए उन्हें उदाहरण देते थे। उन्होंने समझाया कि जीवन का मकसद एक सुखद जीवन होना नहीं होना चाहिए, बल्कि समस्त मानवता की सेवा करना चाहिए।